Pankaj Udhas of ‘Chiththi Aayi Hai’ passed away|चिठ्ठी आई है’ के पंकज उधास का निधन 72 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली

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Pankaj Udhas of 'Chiththi Aayi Hai' passed away

Pankaj Udhas of ‘Chiththi Aayi Hai’ passed away  पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया।एक Instagram post द्वारा यह जानकारी मीडिया को दी|उनके प्रशंसकों ने comment में जाकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। एक फैन ने लिखा, ‘भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’ fans ने लिखा, “गहरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं।”

उनके प्रशंसकों ने comment में जाकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

एक फैन ने लिखा, ‘भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’ fans ने लिखा, “गहरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं।

“उनका जन्म 17 मई 1951 को गुजरात मैं हुआ और गायक पंकज उधास का 72 साल के उम्र मै कैंसर की वजह से निधन।जिसमें उनका एक गीत “चिठ्ठी आई है” काफी लोकप्रिय हुआ था। उसके बाद से उन्होंने कई फिल्मों के लिए गायन किया २००६ में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

उनके भाई निर्मल उधास और मनहर उधास भी प्रसिद्ध गायक हैं।

करियर

पंकज उधास के बड़े भाई मनहर रंगमंच के एक अभिनेता थे, जिसकी वजह से पंकज संगीत के संपर्क में आये। रंगमंच पर उनका पहला प्रदर्शन भारत-चीन युद्ध के दौरान हुआ जिसमें उन्होंने “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाया जिसके लिए एक दर्शक द्वारा उनको पुरस्कार स्वरूप 51 रुपये का इनाम भी दिया गया।

उनका पहली ग़ज़ल एल्बम आहट 1980 में रिलीज़ हुआ था। यहाँ से उन्हें सफलता मिलनी शुरू हो गयी और 2009 तक वे 40 एल्बम रिलीज़ कर चुके हैं।उनको बहुत सारे अवार्ड्स और एल्बम हैं|
इनका फेमस गाना चिठ्ठी आई है बहुत फेमस हुआ है आज की पीढ़ी भी इस गाने की फैन है।
इस गाने को
गीतकार : आनंद बक्षी,
गायक : पंकज उधास, संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, चित्रपट : नाम (१९८६) इस मूवी का है।बाद में, उधास ने सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर आदाब आरज़ है नामक एक प्रतिभा खोज टेलीविजन कार्यक्रम शुरू किया ।

अभिनेता जॉन अब्राहम उधास को अपना गुरु कहते हैं। उधास की ग़ज़लें प्यार, नशा और शराब की बात करती हैं ।

इसके अलावा पंकज उधास ने महेश भट्ट की फिल्म ‘नाम’ में गाना ‘चिट्ठी आई है’ गाया और वो रातोंरात सुपरहिट हो गया। पंकज उधास तीन भाई थे और सबसे छोटे थे। पिता का नाम केशुभाई उधास और मां का नाम जितुबेन उधास हैं। इनके बड़े भाई मनहर उधास भी जाने-माने बॉलीवुड के सिंगर हैं।

भावनगर से स्कूलिंग करने के बाद मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया।

वहीं, इनके पिता केशुभाई उधास एक सरकारी कर्मचारी थे। केशुभाई की मुलाकात प्रसिद्ध वीणा वादक अब्दुल करीम खान से हुई थी, जिन्होंने बाद में पंकज को ‘दिलरुबा’ वाद्ययंत्र बजाना सिखाया था।

राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम 29 मार्च 2006 को नई दिल्ली में अलंकरण समारोह में प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक श्री पंकज केशुभाई उधास को पद्मश्री प्रदान किया।

Social media पर सभी जगह से दुख व्यक्त किया जा रहा है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने पंकज उधास के निधन पर व्यक्त किया दुख
पीएम मोदी ने पंकज उधास के निधन पर दुख व्यक्त किया है और कहा है कि उनके जाने से संगीत जगत में एक खालीपन आ गया है जिसे कभी नहीं भरा जा सकेगा.

पीएम के ऑफिशियल X अकाउंट से पोस्ट कर लिखा गया है, ”हम पंकज उधास जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं. उनकी गायकी में अलग-अलग इमोशन्स होते थे और उनकी गजलें सीधे आत्मा से बात करती थीं.

वह भारतीय संगीत के एक प्रकाश स्तंभ थे, जिनकी धुनें पीढ़ियों से चली आ रही थीं.

मुझे पिछले कुछ सालों में उनके साथ हुई अपनी विभिन्न बातचीतें याद हैं.”

सोनू निगम ने जताया दुख
मशहूर प्लेबैक सिंगर सोनू निगम ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म इंस्टाग्राम के पर पंकज उधास की फोटो लगाकर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा, ”मेरे बचपन का सबसे अहम हिस्सा आज खो गया.

मैं आपको हमेशा याद करूंगा पंकज जी. ये जानकर मेरा दिल रोता है कि आप नहीं रहे.”

पंकज की मशहूर गजलें

आज भले ही पंकज ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. लेकिन चाहने वालों के बीच उनके गाने हमेशा के लिए अमर हैं और रहेंगे।उनकी बहुत गजलें फेमस हैं।

पिछले कुछ वर्षों में उधास ने पचास से अधिक एल्बम जारी किए हैं। उन्होंने नाम, साजन और मोहरा समेत कई हिंदी फिल्मों में अपनी आवाज दी।

जबकि उन्होंने विभिन्न ग़ज़ल कार्यक्रमों में प्रदर्शन जारी रखा, पार्श्व गायक के रूप में उनका सबसे recent गाना 2016 की फिल्म दिल तो दीवाना है के लिए था।

उनके latest पुरस्कार मैं से 2006 मैं” हसरत” के लिए “2005 का सर्वश्रेष्ठ ग़ज़ल एल्बम” के रूप में कोलकाता में प्रतिष्ठित “कलाकार” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

उनका latest album गुलज़ार के साथ नायाब लम्हे (2018) था। 2016 मैं गाना रातभर तन्हा रहा दिल तो दीवाना है फिल्म मै से है।लोकप्रिय गायक और म्यूजिक कंपोजर शंकर महादेवन सदमे में हैं।

उन्होंने पंकज उधास के निधन को संगीत जगत का बड़ा नुकसान बताया है। उन्होंने कहा कि इसकी भरपाई नहीं हो सकती।

हमारी तरफ से भी मशहूर गायक पंकज उधास जी को श्रद्धांजली।

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