Uttarakhand: उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी की विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगी। पुष्कर सिंह धामी ही होंगे प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री। अब उनको विधानसभा उप चुनाव लड़ना होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विधायक दल की बैठक में धामी के नाम का ऐलान किया। धामी 23 मार्च को फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बता दें की उत्तराखंड के 2022 विधानसभा चुनावों में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर चुनाव लड़ा गया लेकिन वो खटीमा से ही चुनाव हार गए। ऐसे में कयास यह लगाए गए कि मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी जगह किसी और को मौका दिया जा सकता है। हालांकि पुष्कर सिंह धामी के पक्ष में कई विधायकों ने आलाकमान से आग्रह किया कि उनकी सीट खाली कर ली पुष्कर सिंह धामी को वहां से चुनाव लड़ाया जाए लगभग 11 दिनों के मंथन के बाद आखिरकार फैसला गया है और पुष्कर सिंह धामी को कह दिया गया हैं की वो सीएम की शपथ लें। अब 23 को शपथ लेने के बाद पुष्कर धामी 6 महीने के अंदर चुनाव लड़कर विधायक बनाना होगा इसके लिए किसी विधायक की सीट खाली की जाएगी।
युवकों के बीच मजबूत पकड़
युवा मोर्चा का नेतृत्व संभालने के बाद उन्होंने प्रदेश भर में घूम-घूमकर यात्राएं की थीं और बेरोजगार युवाओं को एक साथ जोड़कर बड़ी रैलियां कर युवा नेता के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई थी। प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में ही चुनाव होने हैं ऐसे में युवाओं में उनकी पकड़ को देखते हुए बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया है।
सैनिक परिवार में हुआ जन्म
पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट तहसील के एक गांव में टुण्डी में धामी का जन्म एक सैनिक परिवार में हुआ था। उन्होंने सरकारी स्कूल में ही अपनी शिक्षा पूरी की। पढ़ाई के दौरान की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सम्पर्क में आए और 1990 से लेकर 1999 तक परिषद के कार्यकर्ता के रूप में काम किया।इसके बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और 2002 से 2008 तक प्रदेश में युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर एकजुट किया। इस दौरान उनकी बड़ी सफलता तत्कालीन सरकार से राज्य के उद्योगों में युवाओं के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा करवाना रही।2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें खटीमा सीट से उम्मीदवार बनाया जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। 2017 में एक बार फिर वे खटीमा सीट से विधायक बने और प्रदेश के मुखिया के रूप में बागडोर उन्हें सौपी गई थी अब चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद फिर उन्हें मौका दें दिया गया है।